जो समाज को क्षति से बचाए वही क्षत्रिय: शेर सिंह।

जो समाज को क्षति से बचाए वही क्षत्रिय: शेर सिंह।

 

गोण्डा: मेहनौन विधानसभा के अन्तर्गत आने वाले विकास खण्ड में स्थित ग्राम सभा पंडित पुरवा में मास्टर विष्णु सिंह सोमवंशी के संयोजन में पाण्डव वंशीय बाबू रघुवीर शरण सेन स्मारक धर्मार्थ ट्रस्ट (पंजीकृत) और श्री सोमवंशीय क्षत्रिय सभा (पंजी.) नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बारहवीं बैठक सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
मंच का संचालन ट्रस्ट के संस्थापक भगवान सिंह सोमवंशी ने किया। क्षत्रिय समाज जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि –
होता वह भी लहू लाल जो गीदड़ से डर जाते हैं ।
होता वह भी लहू लाल जो शेरों से लड़ जाते हैं।
पर एक लहू का जलवा तो कुछ अजब असर का होता है, जो मृत्यु को भी ललकारे वह लहू राजपूत का होता है। उन्होंने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि आज जब हमारे समाज के इतिहास को विकृत करने वाले सक्रिय हैं तो हमारा यह नैतिक जिम्मेदारी है कि हमारा क्षत्रिय समाज इसका डटकर मुकाबला करे। हमारे राजपूत समाज के 565 स्व शासित राज्यों ने मिलकर इस देश का निर्माण किया है परन्तु आज कुछ दुष्ट प्रकृति के लोग उन्हें अपने फिल्मी साधन के माध्यम से खलनायक दिखाने और बनाने की कुचेष्टा कर रहे हैं।
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शेरसिंह ने क्षत्रिय शब्द का स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ऋग्वेद के ऋचाओं के अनुसार –
“क्षतात् त्रायते इति क्षत्रिय: ” का भावार्थ बताते हुए कहा कि ” क्षत्रिय का जन्म समाज के रक्षा के रक्षा के हुआ है लेकिन आज वह नशाखोरी, आपसी फूट और राजनीतिक दलों के द्वारा स्वयं शोषित हो रहा है आज उसके इतिहास और संस्कृति पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं। हमारे पूर्वजों ने अपने राज्यों का विलय करते समय “राम राज्य ” जैसे राज्यों की कल्पना की थी परन्तु राजनीतिक दलों ने उन्हें अनेक जातियों में बांट दिया और आज अगड़े पिछड़े के रूप में उन्हें आपस में लड़ा रहे हैं।
इस अवसर पर संरक्षक कुंवर जयसिंह सोमवंशी, भगवानसिंह, राम मनोज सिंह, देवेन्द्र सिंह, डाक्टर शिव शंकर सिंह सोमवंशी नरसिंह अर्जुन प्रताप सिंह, रामसिंह सोमवंशी, विष्णु सिंह, राधेश्याम सिंह आदि उपस्थित थे

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