*फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र पर योगेश कुमार कर रहा था प्रधानी जांच में जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया जाति प्रमाण पत्र हुआ निरस्त*

*फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र पर योगेश कुमार कर रहा था प्रधानी जांच में जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया जाति प्रमाण पत्र हुआ निरस्त*

डॉ0कल्पराम त्रिपाठी
ब्यूरोचीफ गोण्डा

खबर गोंडा जनपद से जहां पर फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवा कर रहे थे प्रधानी योगेश कुमार ताजा मामला गोंडा सदर तहसील ब्लॉक पंडरी कृपाल ग्राम सभा निगवा बोध का मामला है जहां पर अनुसूचित जाति के लिए प्रधानी आरक्षित की गई थी यहां के पूर्व प्रधान रामनिवास तिवारी ने अपने नौकर योगेश कुमार का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवा कर चुनाव लड़ आए थे चुनाव जीते थे गांव के ही शिकायतकर्ता बद्री प्रसाद ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर जांच कराने की मांग की थी
शिकायत प्रार्थना पत्र पर डीएम गोंडा डॉ उज्जवल कुमार ने तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई जिसमें अपर जिला अधिकारी सुरेश कुमार सोनी एसडीएम सदर विनोद कुमार सिंह समाज कल्याण अधिकारी गांव में जाकर स्थलीय निरीक्षण किया गांव के लोगों का बयान लिया साक्ष्य के आधार पर अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया जाति प्रमाण पत्र निरस्त हुआ
प्रधान योगेश कुमार ने अपने बयान में कहा कि मैं 4 साल का था तो मेरे पिताजी हमको निगवा बोध गांव ले आए थे और उनकी मृत्यु हो गई अपने अनुसूचित जाति का साक्ष्य नहीं दे पाया योगेश कुमार को अपना मूल निवास जाति मां-बाप का पता नहीं है ऐसा जांच रिपोर्ट में बताया है वही पूर्व ग्राम प्रधान राम निवास तिवारी के यहां नौकरी करता था उन्हीं के घर पर रहता था अपने फायदे के लिए अनुसूचित जाति पद के लिए जब प्रधानी आरक्षित हुई तो योगेश कुमार का अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवाया चुनाव लड़ाया और प्रधानी योगेश कुमार जीते सबसे प्रधान हैं पूर्व प्रधान रामनिवास तिवारी प्रधान प्रतिनिधि के रूप में सारा कार्य अपना ही देखते हैं ।

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