गेहूं की बुआई के समय बाजार से डीएपी नदारद,किसान परेशान

गेहूं की बुआई के समय बाजार से डीएपी नदारद,किसान परेशान

प्राइवेट दुकान पर इफको खाद की खुलेआम बिक्री किये जाने का आरोप लगाते हुए जांच कराकर कार्रवाई किये जाने की हुई मांग

कर्नलगंज, गोण्डा। तहसील क्षेत्र में जहाँ गेहूं की बुआई का समय चल रहा है वहीं शुरुआती दौर में ही डीएपी बाजार से गायब है। डीएपी की जबरदस्त किल्लत क्षेत्र में बनी हुई है। साधन सहकारी समितियों पर डीएपी नदारद है। सहकारी समिति कर्नलगंज, चकरौत, बरगदी कोट एवं चचरी में भी डीएपी उपलब्ध नहीं है। जिससे प्रतिदिन सैकड़ों किसान समितियों का चक्कर काटने के बाद निजी दुकानों पर पहुंच रहे हैं। वहां भी डीएपी मौजूद ना होने से मायूस होकर लौट जाते हैं। बताते चलें कि उर्वरक की दुकानों पर डीएपी खाद मौजूद ना होने के कारण सन्नाटा पसरा हुआ है। किसान डीएपी की मांग करते हैं और ना होने की बात सुनकर लौटने को मजबूर हो जाते हैं। उर्वरक दुकानदारों का कहना है कि मौजूदा समय में किसान डीएपी मांग रहा है जो दुकानों पर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में व्यापार भी चौपट है। वहीं स्थानीय तहसील क्षेत्र के कर्नलगंज कस्बे में प्राइवेट दुकान पर इफको खाद की खुलेआम बिक्री किये जाने का आरोप लगाते हुए अधिक मूल्य पर डीएपी खाद बेंचने की शिकायत हुई है। विकासखण्ड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम बबुरास निवासी सुरजन सिंह ने उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें कहा गया है कि वह कस्बा कर्नलगंज स्थित स्टेशन रोड पर लल्ला भैया की कोठी के बगल संचालित खाद की दुकान पर खाद लेने गया था। जहां शाम तक बैठाये रखने के बाद दूसरे दिन आने की बात कहकर उसे वापस कर दिया गया। दूसरे दिन वह करीब बारह बजे दुकान पर पुनः गया,जहां दुकान पर आधार कार्ड लेकर दुकानदार ने उसका फिंगर भी लगवा लिया। उसके बाद एक बोरी डीएपी खाद का 1540 रुपये जमा करने को कहने लगे।1540 रुपये देने से मना करने पर दुकान से भगा दिया और कहा कि अब तुम्हे खाद नहीं दूंगा। जिस पर उसने जिलाधिकारी को फोन करके मामले से अवगत कराया। उसने प्राइवेट दुकान पर इफको खाद की खुलेआम बिक्री किये जाने का आरोप लगाते हुए जांच कराकर कार्रवाई किये जाने की मांग की है।

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