किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया
जागरूक करते हुए अधिकारी
बहसूमा। कृषि विभाग ने किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक करना शुरू कर दिया है। इसके लिए ब्लॉक एवं न्याय पंचायत स्तर के कर्मचारियों को जिम्मा दिया गया है। कृषि विभाग के कर्मचारी गांव-गांव जाकर किसानों के लिए पराली न जलाने के लिए कह रहे हैं। गांव मोड़ कला में सचिन चौधरी प्रबंधक के आवास पर बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों से कहा कि किसान बची हुई पराली न जलाएं। इसके लिए कृषि अफसर किसानों को जागरूक कर रहे हैं। इसके साथ ही सेटेलाइट माध्यम से भी निगरानी की जा रही है। अगर कोई किसान पराली जलाते मिला जाता है तो 2500 सौ से लेकर ₹15000 तक का जुर्माना भुगतना पड सकता है। ऐसे में किसान अपनी खेतो में भूलकर भी पराली न जलाएं।
*ऐसे करें अवशेष का निस्तारण*
फसल अवशेषों की मिट्टी में ही जुताई कर मिट्टी में मिलाएं एवं सिंचाई करें इस कचरे से नाडेप कंपोस्ट या वर्मी कंपोस्ट बना सकते हैं। वेस्ट डी कंपोजर का प्रयोग कर फसल अवशेष को खेत में ले डिकंपोज किया जा सकता है। ऐसा करने से खेत की जलधारण क्षमता बढ़ेगी। खेत में जीवांश की मात्रा बढ़ने से लाभदायक जीवाणु पनपते हैं। इस मौके पर मुख्य रूप से नरेंद्र कुमार हस्तिनापुर एसडीओ, एसडीओ अनिल कुमार नगला, कृषि इकाई प्रभारी, आनंद कुमार ,पोपिन कुमार, प्रभात देशवाल, सचिन चौधरी प्रबंधक, ग्राम प्रधान कृष्ण पाल देशवाल,सुनितीपाल, रविंद्र, नीटू,ओमबीर सिंह,मिंटू आदि शामिल थे।