🌹🌿ईश्वर के समक्ष केवल प्रार्थना ही ना करें बल्कि ध्यान भी लगाएं
प्रार्थना में हम ईश्वर से बात करते हैं जबकि ध्यान में ईश्वर हमसे बात करते हैं
ॐ शांति..….’योग’ शब्द का प्रयोग हम जीवन में कई बार करते रहते हैं। संबंध, मिलन और जोड़ को सरल शब्दों में योग कहते हैं। जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से मिलकर कुछ कार्य करता है, तो उसको ‘सहयोग’ कहते हैं। जब अचानक मिलन होता है, तो उसे ‘संयोग’ कहते हैं। जब किसी शुभ अवसर पर आपस में मिलते हैं, तो उसे ‘सुयोग’ कहते हैं….इस तरह से योग शब्द का प्रयोग हम अक्सर करते हैं, लेकिन राजयोग का सरल अर्थ है…. निस्वार्थ भाव से परमात्मा की स्नेह भरी याद। यह सर्वश्रेष्ठ याद है।
श्रीश्यामाश्रीसांई सेल्स एंड सर्विस
मोहन मिश्रा भाई • 9935185880🌹🌿