दो दशक पूर्व बनाया पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र,अब बता रहे सामान्य जाति
तहसील कर्नलगंज के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों का मनमानी पूर्ण हैरतअंगेज कारनामा
कर्नलगंज, गोण्डा । स्थानीय तहसील के अन्तर्गत एक व्यक्ति को करीब ढाई दशक वर्ष पूर्व पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया था जिसे अब जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों सामान्य जाति का बताया जा रहा है।
बताते चलें कि मामला तहसील कर्नलगंज क्षेत्र से जुड़ा है, जहाँ जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों का मनमानी पूर्ण हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के कस्बा कर्नलगंज के मोहल्ला सदर बाजार निवासी अशोक कुमार कसौंधन को तहसील प्रशासन द्वारा 20 नवंबर 1998 को जारी किये गये जाति प्रमाण पत्र में कसौंधन जाति को पिछड़ी जाति मानते हुए पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया था। इस वर्ष पुन: जाति प्रमाण पत्र के लिए आन लाइन आवेदन करने पर लेखपाल ने अपनी आख्या में गोण्डा जिले में कसौंधन जाति के पिछड़ी जाति में सम्मिलित होने के संबंध में वर्तमान का प्रमाणित साक्ष्य संलग्न कर प्रस्तुत करने को कहकर आवेदन अस्वीकृत कर दिया है। इससे त्रस्त अशोक कुमार कसौंधन ने जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र भेजकर कहा है कि वह अब तक स्वयं को पिछड़ी जाति का मान रहा था लेकिन उसके साथ धोखा किया गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि या तो पहले प्रमाण पत्र बनाने वाले लेखपाल ने गलत रिपोर्ट लगाई थी या वर्तमान में अस्वीकृत करने वाले लेखपाल की रिपोर्ट गलत है। उन्होंने प्रकरण की जांच कराकर दोषी अधिकारी एवं कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही किये जाने की मांग की है।