स्वच्छता अभियान की उड़ रही है धज्जियां, जोगिनी ग्राम वासी नारकीय जीवन जीने को हैं मजबूर, जिम्मेदार हैं मौंन
अधिकारियों के सह पर सफाई कर्मी है बेपरवाह, जिम्मेदार क्यों हैं मौन ?
जयप्रकाश वर्मा
करमा/सोनभद्र ।
विकासखंड करमा क्षेत्र का ग्राम सभा जोगिनी में महीनों से साफ सफाई की व्यवस्था ठप है। नालियां बज बजा रही हैं। पूरे ग्राम सभा में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ग्रामसभा जोगनी के रहवासी साफ-सफाई को लेकर ग्राम प्रधान को कोस रहे हैं। ग्राम प्रधान अपनी लाचारी दिखा रहे हैं। पूछे गए एक सवाल के जवाब में ग्राम प्रधान ने बताया कि इधर 2 महीने से ग्राम सभा में सफाई करने वाला सफाई कर्मी नहीं आ रहा है। । इसकी शिकायत भी ग्राम प्रधान स्तर से एडीओ पंचायत से लगायत डीपीआरओ तक कर किया चुका है। फिर भी समस्या जस का तस बना हुआ है।
इस संबंध में हमारे संवाददाता से वार्ता करते हुए एडीओ पंचायत करमा बृजेश सिंह ने बताया कि जोगिनी ग्राम सभा में सफाई होने की कोई समस्या नहीं है। लोग मामले को बढ़ा रहे हैं। इस मामले में खंड विकास अधिकारी द्वारा बार-बार अनभिज्ञता जाहिर की जा रही है। इससे स्पष्ट होता है कि सफाई कर्मी के ऊपर ब्लॉक प्रशासन का पूरा का पूरा हाथ है। इसी कारण बस जोगिनी ग्रामसभा में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं। सफाई व्यवस्था ठप है। फिर भी एडीओ पंचायत को कोई समस्या नजर नहीं आ रहा है। ग्रामवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। इस विषय को एडीओ पंचायत व खंड विकास अधिकारी बार-बार क्यों टाल रहे हैं ? यह अपने आप संदेह के घेरे में है।
यदि ग्रामसभा जोगनी में पहुंचकर वरिष्ठ जिम्मेदार अधिकारीयों द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया जाए तो दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा। परंतु इतना तो साफ है कि ब्लॉक स्तर के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता भी प्रत्यक्ष है, वर्ना दो महीने से गायब सफाई कर्मी के विरुद्ध अब तक कार्यवाही हो जाती। जबकि इसकी शिकायत ग्राम प्रधान द्वारा बार-बार किया गया है। फिर भी अधिकारीयों द्वारा कार्यवाही करने के बजाय, सफाई कर्मी का बार-बार बचाव करने के मूड में है। सफाई कर्मी के विरुद्ध अब तक आवश्यक कार्यवाही क्यों नहीं हुआ। यह ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारियों के सामने सबसे बड़ा सवाल खड़ा है। इसका जवाब कौन देगा ? लापरवाह कर्मचारी को बचाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध जांच की जानी चाहिए,आखिर अधिकारी सफाई कर्मी को क्यों बचा रहे हैं ?