योगी सरकार के छुट्टा जानवरों पर अंकुश लगाने के दावे साबित हो रहे हवा हवाई
भूंख से तड़प रहे गौवंशों का कोई नहीं है पुरसा हाल, किसान की फसलों को भी हो रहा भारी नुकसान
रंजीत तिवारी
कर्नलगंज, गोण्डा। उत्तर प्रदेश में सत्तासीन योगी सरकार के लाख दावे के बावजूद छुट्टा जानवरों की हालत बद से बदतर होती जा रही है वहीँ किसान भी उनसे काफी त्रस्त हो चुके हैं। जिनका कोई पुरसा हाल नही है।
बताते चलें कि सरकार द्वारा जहाँ जनता के खून पसीने की गाढ़ी कमाई से लिए जा रहे विभिन्न मदों से टैक्स के लाखों-करोड़ों रूपयों को पानी की तरह बहाते हुए प्रायः गौवंश के संरक्षण के दावे किये जा रहे हैं,जबकि धरातल पर हकीकत ठीक उसके विपरीत होने से यह बेसहारा जानवर भुखमरी के शिकार तो हैं ही वहीं किसान भी इनसे काफी आजिज आ चुके हैं और उनकी काफी संख्या में हरी भरी फसल चौपट हो रही है। इसी क्रम में गंगा बख़्श सिंह पुत्र अमरेश बहादुर सिंह निवासी नरायन पुर कला कटरा बाजार ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कहा है कि उनके घर के सामने बने पशु रोधालय (कांजी हाऊस) में ग्राम सचिव प्रभाकर शुक्ल द्वारा कई छुट्टा जानवरों को बंद कराया गया है जिससे जानवर भूंख प्यास से तड़प रहे हैं। वहीं क्षेत्र का कोई अधिकारी कर्मचारी इन जानवरों एवं किसानों की व्यथा को सुनने को तैयार नहीं है। शिकायत करने पर बताया जाता है कि कांजी हाउस का संचालन एवं देखभाल जिला पंचायत के जिम्मे है। शिकायत कर्ता श्री सिंह ने बताया कि जिला पंचायत मे भी शिकायती पत्र दिया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिससे उन्होंने जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए कहा है कि गौवंशों के प्राण की रक्षा व किसानों के फसल की सुरक्षा हेतु उचित कार्यवाही की जाय।