पंचायत भवन पर फहराया उल्टा झंडा, उल्टे तिरंगे के साथ ही निकाली रैली, फोटो-वीडियो वायरल
~कोन थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी चांचीकला से महज 500 सौ मीटर दूर घटना
जयप्रकाश वर्मा
सोनभद्र।
कोन(सोनभद्र)।पंचायत राज विभाग की तरफ से तिरंगा महोत्सव को लेकर की जा रही निगरानी और जागरूकता को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर मनाये जा रहे अमृत महोत्सव के तहत गांव-गांव तिरंगा यात्रा निकाला गया । उसी क्रम में ग्राम पंचायत मझिगवां में भी तिरंगा यात्रा निकाले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है । इस वायरल वीडियो ने साफ देखा जा सकता है कि कैसे प्रधान समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उल्टा तिरंगा लेकर यात्रा निकाल रहे हैं ।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आने लगी । कई लोग इसे जानबूझकर तिरंगा यात्रा निकाले जाने की बात कर रहे हैं, तो वहीं कई लोगों का कहना है कि यदि प्रधान जिम्मेदार पद पर होते हुए भी उन्हें तिरंगा पकड़ने का ज्ञान नहीं है तो उन्हें पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है, ऐसे प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाने का मांग किया। तो कुछ ने जानकारी का अभाव भी बताया। इस पूरे तिरंगा यात्रा पर यदि गौर करें तो ग्राम प्रधान इश्तियाक अली के अलावा पुल निर्माण कंपनी के पीएम व पंचायत सहायक, सफाईकर्मी समेत तमाम जानकारों को शामिल होने की बात कही जा रही हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि यदि तिरंगा उल्टा था तो किसी का ध्यान क्यों व कैसे नहीं गया, जबकि सभी बुद्धिजीवी नागरिक है और जिम्मेदार पद पर आसीन हैं । बताया जा रहा है कि यह वीडियो स्वतंत्रता दिवस के दिन पंचायत भवन पर ध्वजारोहण के ठीक पहले निकाली गई प्रभातफेरी का है । सोशल मीडिया पर वायरल होते ही किरकिरी झेल रहे प्रधान को जब इसकी जानकारी हुई वे हाथ जोड़कर लोगों से माफी मांगने लगे। प्रधान का कहना है कि हमारा कत्तई इरादा तिरंगे का अपमान करना कत्तई नहीं था मुझे डंडी लगाये इसी प्रकार झंडा दिया गया और बिना ध्यान दिये लेकर तिरंगा यात्रा में चल दिये जो अनजाने में गलती हो गयी, जिसकी जानकारी होते ही तुरंत सही लिया गया ।
वहीं चर्चा यह भी है कि झंडा ब्लाक से मिला था, और झंडे की सिलाई इस ढंग से की गई थी कि डंडा लगाने पर हरा रंग की पट्टी ऊपर चली गई। जिसे किसी ने ध्यान नहीं दिया और किसी ने इसे मोबाइल से खींचकर वायरल कर दिया। लेकिन बड़ा सवाल तो यह है इतनी बड़ी संख्या में लोगों द्वारा निकाली गई रैली में किसी का ध्यान उल्टे तिरंगे की तरफ क्यों नहीं गया ।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि पूरे मामले को लेकर प्रशासन क्या कार्रवाई करती है।