साहब क्या उगाए,जंगली सुवर मेहनत सर उगाई गई फसलों को कर दे रहे चौपट, वन विभाग और जिलाप्रशाशन भी नही ले रहा सुध, सुवरों के आतंक से काश्तकार भी भयभीत

साहब क्या उगाए,जंगली सुवर मेहनत सर उगाई गई फसलों को कर दे रहे चौपट, वन विभाग और जिलाप्रशाशन भी नही ले रहा सुध, सुवरों के आतंक से काश्तकार भी भयभीत

झुंड के हमले होने का सता रहा है भय।

सुअरों ने उजाड़ी किसानों की फसल

बागेश्वर,से गोविन्द सिंह की रिपोर्ट

जिला मुख्यालय से सटा जौलकांडे सब्जी उत्पादन के लिए जाना जाता है, लेकिन इस साल जंगली सुअरों ने उनकी फसल को खासा नुकसान पहुंचाया है। आए दिन क्षेत्र में जंगली सुवरों का आतंक छाया रहता है।गांव में रात मेंसुअरों के झुंड ने गडेरी, अदरक तथा मक्के की फसल को खासा नुकसान पहुंचाया है। गांव में झुंड में सुअरों के आने से किसान दहशत में हैं। उन्हें अब जानमाल का खतरा भी सताने लगा है। पूर्व प्रधान दरवान सिंह बिष्ट ने जल्द वन विभाग से सुअरों के आतंक से निजात दिलाने और काश्तकारों को हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। वही वन विभाग से जंगली सुवरों की बढ़ती आबादी से किसानों को हो रहे नुकसान के लिए बचाव के उपाय किए जाने की मांग की है, उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत से उगाई गई फसल को तैयार करने के लिए काश्तकार खून पसीना एक कर हरियाली आने का इंतजार करते है।मगर काश्तकारों की मेहनत को जंगली सुवर पल भर में ही नष्तेनाबुत कर रहे हैं, ऐसे में काश्तकार मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं और जंगली सुवरों के भय से कास्तकारी छोड़ने को मजबूर हैं।वही जिम्मेदार विभाग और जिलाप्रशाशन द्वारा कास्तकारों की सुध नही लिए जाने के बाद काश्तकारी छोड़ने को मजबूर है।आलम यह है कि जंगली सुवरों के आतंक के चलते काश्तकार लोग बाहरी मंडियों से आने वाली सागसब्जियो को खरीदकर अपनी दिनचर्या चलाने को मजबूर है।उन्होंने जल्द पहाड़ी राज्य में सरकार से जंगली सुवरों से होने वाले नुकसान से कास्तकारों को होने वाले नुकसान का मुवावजा देने की मांग की है।

Related posts

Leave a Comment