*मोहर्रम का त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लोग बड़े हर्ष उल्लास के साथ ताजिया का जुलूस निकाला गया*
डॉ0कल्पराम त्रिपाठी ब्यूरोचीफ गोण्डा
स्थान गोंडा
खबर गोंडा जनपद से जहां पर इमाम हुसैन की शहादत की याद में मोहर्रम मनाया जाता है क्योंकि इसी महीने में हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। हजरत इमाम हुसैन इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे थे। उनकी शहादत की याद में मुहर्रम के महीने के दसवें दिन को लोग मातम के तौर पर मनाते हैं, जिसे आशूरा भी कहा जाता है मोहर्रम त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बड़े हर्ष उल्लास के साथ मोहर्रम ताजिया का जुलूस निकाला गया कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गोंडा जिले विभिन्न कस्बों कर्नलगंज, तरबगंज, वजीरगंज, नवाबगंज, खरगूपुर, गोंडा शहर बड़ागांव महारानी गंज न्यूर माल मंदिर होते हुए बड़गांव चौकी आवास विकास होते हुए कर्बला ले जाया गया वहीं सिविल लाइन के तरफ से ताजिया तिरंगा झंडा बड़ी संख्या में महत्तम करते हुए ढोल नगाड़ा के साथ ताजिया के साथ भारी संख्या में महिलाएं जलूस ले रही शामिल अंबेडकर चौराहा होते हुए डिग्री कॉलेज चौराहा गुरु नानक चौराहा होते हुए शहर के गुड्डू मल चौराहा महाराजगंज पुलिस चौकी होते हुए फैजाबाद रोड करबला पर कड़ी सुरक्षा के बीच जुलूस निकाला गया भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग व महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर लिया हिस्सा गांव में मुस्लिम समुदाय के मोहर्रम ताजिया का जुलूस बड़े हर्ष उल्लास के साथ निकाला गया बच्चों के खिलौने खाने पीने के सामान की दुकान ए कर्बला के पास लगी रही लोगों ने खूब खरीदारी की
मोहर्रम कमेटी के निजामुद्दीन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आप देख रहे हैं यह सातवीं का जुलूस है और आलम का जुलूस आज ही के दिन निकालते हैं यजीद था गलत जुआरी शराबी था वह सारे गलत काम कर रहा था एक नावा से इमाम हुसैन कर्बला के मैदान में शहीद किया गया मुस्लिम कैलेंडर के मुताबिक आज नया साल पहला महीना है सातवां दिन है हजरत मुहम्मद के वारिस और उनके कुछ साथियों ने यजीद के सामने अपने घुटने नहीं टेके और जमकर मुकाबला किया इमाम हुसैन के लश्कर पर सातवीं मोहर्रम से पानी बंद किया ।ताजिया सोमवार के दिन रात को नवीं को रखी जाएगी मंगल को दसवीं मोहर्रम है दसवीं को ताजिया सुबह 8:00 बजे पोर्टर गंज से निकाल लेंगे सिविल लाइन अंबेडकर चौराहे पर पूरा जुलूस इकट्ठा होकर कर्बला ले जाएगा तिरंगा साथ में लेकर चले थे जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा तिरंगा मेरे देश की शान हैऔर देश का अभिमान है इसलिए तिरंगा जहां भी जाते हैं साथ में ले जाते अगर हज करने जाते तो तिरंगा साथ में ले जाते हैं
विजुअल
ताजिया कमेटी के निजामुद्दीन की बाइट
ताजिया कमेटी गांव के युवक की बाइट