ड्यूटी के दौरान सफ़ाई कर्मी को पंचायत सहायक व उसके पति ने जाति सूचक गालियां देकर दी जान माल की धमकी*।

*ड्यूटी के दौरान सफ़ाई कर्मी को पंचायत सहायक व उसके पति ने जाति सूचक गालियां देकर दी जान माल की धमकी*।

ताहिर खान

एडीओ पंचायत के प्रेषित आदेश के बाद भी दर्ज नही हुई पीड़ित सफाई कर्मी की रिपोर्ट।

 

पंचायत सहायक व उसके पति की गाली गलौज व जानलेवा धमकी से आहत पीड़ित सफाई कर्मी ने डीएम एसपी से लगाई न्याय की गुहार।

 

टड़ियावां हरदोई – थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गौरा डांडा में ड्यूटी के दौरान सफ़ाई कर्मी को पंचायत सहायक व उसके पति ने जाति सूचक गाली गलौज व मारपीट कर दी जान से मारने की धमकी, पीड़ित सफ़ाई कर्मी के द्वारा पुलिस को तहरीर देने व एडीओ पंचायत के प्रेषित आदेश के बाद भी पंचायत सहायक पर नही हुई कोई कार्यवाही।

जानकारी के मुताबिक थाना टड़ियावां के कस्बा टड़ियावां निवासी सफ़ाई कर्मी रघुवीर पुत्र रामलाल ने डीएम व एसपी को दिए शिकायत पत्र में बताया कि प्रार्थी बाल्मीकि जाति का व्यक्ति है वह ब्लॉक टड़ियावां की ग्राम पंचायत गौरा डांडा में सफ़ाई कर्मी के पद पर तैनात है।बीते माह 09 जून को शासकीय ड्यूटी के दौरान वह तैनाती स्थल गौरा डांडा के पंचायत भवन में सफ़ाई कर रहा था उसी दौरान वहां मौजूद पंचायत सहायिका श्रद्धा तिवारी व उनके पति अंशुल पांडेय निवासी कोडरा मजरा गौरा डांडा ने पीड़ित से कहा कि पंचायत भवन के ऑफिस में रखी कुर्सियां हाल में रख दो इस पर पीड़ित द्वारा कहा गया कि प्रधान जी कहा है कि कुर्सियों को हाल में न रखना हाल में बारात बगैरा भी रुकती है, वहां कुर्सियां टूट जायेगी। इतने में ही विपक्षी पंचायत सहायिका के पति अंशुल पांडेय उग्र हो गए और पीड़ित को माँ बहन की गन्दी गन्दी गालियां व जाति सूचक गाली गलौज करने लगे पीड़ित के विरोध करने पर विपक्षी द्वारा जातिसूचक गालियाँ देकर पीड़ित के ऊपर लात घूसों से हमला कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान विपक्षी की पत्नी पंचायत सहायिका श्रद्धा तिवारी ने भी कहा कि भंगी तू हमारी बराबरी करेंगा,तुझे जान से मार दूंगी। पीड़ित ने घटना की तुरंत सूचना प्रधान प्रतिनिधि विनोद को दी जिस पर विनोद कुमार वहां पर आए और प्रार्थी को बचाया। इसके अलावा पीड़ित ने बताया कि उक्त घटना को वहां मौजूद ग्रामीण कपिल व हरिकुमार आदि ने भी देखा है। प्राथी ने पूरी घटना के बारे में 10 जून को थाना टड़ियावां पर प्राथना पत्र दिया परन्तु पीड़ित की तहरीर पर कोई सुनवाई नही हुई है। जिससे प्रार्थी काफ़ी डरा व सहमा हुआ है।

उक्त मामले में ब्लॉक टड़ियावां के एडीओ पंचायत ने भी थाना प्रभारी को प्रेषित पत्र के माध्यम से पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज करने की अपील की थी।जिसको टड़ियावां पुलिस ने ठंडे बस्ते में डालकर मामले रिपोर्ट दर्ज नही की है।

उपरोक्त मामले में उ0प्र0 पंचायतीराज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ संगठन के पदाधिकारियों ने भी डीएम एसपी सहित सूबे के सीएम को ज्ञापन भेजकर पीड़ित सफ़ाई कर्मचारी की रिपोर्ट दर्ज कर विपक्षी पंचायत सहायिका व उसके पति पर कार्यवाही की माँग की है।

अब देखना यह है कि जिले के आलाधिकारी पीड़ित सफाई कर्मी को न्याय दिलाने में दिलचस्पी लेते हैं या टड़ियावां पुलिस की तरह यह भी पीड़ित के शिकायती पत्र को ठंडे बस्ते में डाल देंगे।

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