*14 जुलाई से शुरू होगी सावन कांवड़ यात्रा, तैयारी में जुटा पुलिस-प्रशासनिक अमला*

*14 जुलाई से शुरू होगी सावन कांवड़ यात्रा, तैयारी में जुटा पुलिस-प्रशासनिक अमला*

 

*सावन के कांवड यात्रा व बकरीद को लेकर कोतवाली पुलिस ने पीस कमेटी की बैठक*

 

ताहिर खान

 

14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा। इसी के साथ कांवड़ यात्रा की शुरुआत भी हो जाएगी। पुलिस-प्रशासन कांवड़ यात्रा की तैयारियों में जुटा है। कस्बे के अलावा देहात क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे। हाईवे पर रूट डायवर्जन को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर बकरीद त्यौहार को लेकर पुलिस प्रशासन चौकन्ना है

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर बीते दो साल से सावन कांवड़ यात्रा पर रोक रही थी। इस बार कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने पर कांवड़ यात्रा आयोजित होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इस बार बड़ी संख्या में कांवड़िए यात्रा में शामिल होंगे। छोटी काशी गोला गोकरण नाथ पिहानी की सीमा से होकर आसपास कई दूसरे जिलों के शिव भक्तक्ष राजघाट व मेहंदी घाट से गंगा जल लेकर गुजरेंगे। इसको लेकर पुलिस-प्रशासनिक स्तर पर अभी से तैयारियों को शुरू कर दिया गया है। बैठक में कोतवाल बेनी माधव त्रिपाठी ने कांवड़ यात्रा को लेकर शासन स्तर से जारी की जाने वाली गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराए जाने की बात कही

 

पीस कमेटी की बैठक में कोतवाल बेनी माधव त्रिपाठी ने बकरीद पर की अपील- बंद जगह पर करें कुर्बानी, अवशेषों को भी दफनायें

समुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पुलिस ने शांति कमेटियों संग मीटिंग शुरू कर दी है। पुलिस ने लोगों से कहा कि शांति बनाये रखने के लिये बकरीद पर्व पर बकरे की कुर्बानी बंद स्थानों पर करें। उनके अवशेषों को खुले में न फैलायें, बल्कि उन्हें मिट्टी में दफना दें। ऐसा करने से शांति-व्यवस्था कायम रहेगी।

ईद-उल-अजहा (बकरीद) है। सावन महीने होने के चलते प्रदेश में कांवड़िये कांवड़ यात्रा भी निकाल रहे हैं। साथ ही बकरीद पर्व को लेकर कुछ कड़े दिशा-निर्देश भी दिये हैं।

गोवंशी पशुओं की न हो कुर्बानी : कोतवाल बेनी माधव त्रिपाठी

ईद-उल-अजहा (बकरीद) और कांवड़ यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था न गड़बड़ हो। बकरीद पर प्रतिबंधित पशुओं के साथ ही गोवंशी पशुओं की कुर्बानी पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। साथ ही परम्परा के विपरीत किसी भी कार्य को किये जाने की मंजूरी नही है । कोतवाल ने कहा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न घटित हो। इसके लिए संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबन्द रखी गयी है। पुलिस की गस्त बढ़ाई जाये और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कोतवाल बेनी माधव ने कहा कि कुर्बानी मुसलमानों का मजहबी फरीजा है, जिस पर बिना किसी खौफ व डर के अमल करें, लेकिन कुछ बातें हैं, जिनका भी ध्यान रखें। उन्होंने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि जिन जानवरों की कुर्बानी पर प्रतिबंध है, उनकी कुर्बानी न दें। साथ गली-सड़क या रास्तों पर कुर्बानी के बयाज नियत स्थानों पर ही जानवरों की कुर्बानी करें। कुर्बानी के जानवरों का खून नाली में न बहायें, उसको कच्ची जमीन में ही दफन कर दें। कुर्बानी करते वक्त न फोटो खीचें, न वीडियो बनायें और न ही सोशल मीडिया डालें।

बैठक में पत्रकार बबलू प्रजापति, भाजपा नगर अध्यक्ष आदर्श सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष मेवाराम ,विमलेश तिवारी ,अमित शर्मा राकेश गुप्ता ,गुड्डू राठौर ,अंबार जैदी ,सर्वेश कुमार, अशोक कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे।

Related posts

Leave a Comment