Sunny Verma Haridwar
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*हरिद्वार 10 जून,* हरिद्वार नगर निगम प्रशासन की लापरवाही की वजह से लगभग 02 सप्ताह बीत जाने के उपरांत भी माँ गंगा के घाटों पर सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित ना होने से आक्रोशित सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, भाजपा नेता संजय चोपड़ा के नेतृत्व में हरिद्वार नगर निगम प्रशासन की लचर व्यवस्था के खिलाफ गंगा किनारे लगे कूड़े के ढेरों को दर्शाते हुए हरिद्वार नगर निगम की नाकामी करार देते हुए सफाई व्यवस्था दुरुस्त किये जाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय हरित प्राधिकरण एनजीटी से मांग की धर्मनगरी हरिद्वार में आए दिन चारधाम यात्रा व लकी मेले के दृष्टिगत माँ गंगा के घाटों पर सफाई व्यवस्था की मामले को संज्ञान में लेकर स्वयं हस्तक्षेप करें।
इस अवसर पर पूर्व मंडी अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा हरिद्वार नगर निगम प्रशासन की लापरवाही की वजह से समस्त रोड़ी बेलवाला, पंतदीप पार्किंग, बैरागी कैंप इत्यादि कुंभ मेला क्षेत्र में कूड़े कचरे से अटे हुए हैं उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दृष्टिगत और आए दिन वार्षिक मेलों के आयोजन के कारण हजारों की तादाद में तीर्थयात्री श्रद्धालु गण माँ गंगा की पूजा अर्चना के साथ स्नान ध्यान के लिए आ रहे हैं धर्मनगरी हरिद्वार में आने वाले तीर्थ यात्री स्वस्थ रहें इसके लिए माँ गंगा के घाटों की सफाई व प्रतिदिन कूड़ा कचरा उठाना नितांत आवश्यक है। संजय चोपड़ा ने केंद्रीय हरित प्राधिकरण एनजीटी से मांग करते है कि उत्तराखंड में नमामि गंगे योजना के तहत चलाई जा रही साफ-सफाई की व्यवस्था कर रही कंपनियों की भी जांच कराकर विशेष रुप से सरकारी टीम गठित कर मौके का निरक्षण करें ताकि सफाई व्यवस्था का पुनः विधिवत रूप से संचालन हो सके।
माँ गंगा के घाटों पर कूड़ा कचरा साफ- सफाई व्यवस्था की मांग करते सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों में जीपी यूनियन से अरुण अग्रवाल, व्यापारी नेता ओमप्रकाश भाटिया, श्रमिक कल्याण परिषद से जय सिंह बिष्ट, ऑटो रिक्शा चालक यूनियन के चंदन सिंह रावत, आदेश शर्मा, लघु व्यापारी नेता मनोज कुमार, वीरेंद्र सिंह, व्यापारी नेता राजेश खुराना, चौकीदार संगठन श्याम कुमार शर्मा, कुंवर सिंह मंडवाल, कामिनी मिश्रा, पुष्पा दास, सुनीता चौहान, आशा देवी, सुमित्रा शर्मा, किसान नेता बलराम सिंह, बोरी लाल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।