इटियाथोक,गोंडा।

इटियाथोक,गोंडा। कस्बा स्थित गोंडा-बलरामपुर राजमार्ग पर ब्रिटिश शासन काल में बनाए गए बिसुही नदी का पुल इतना जर्जर हो गया है कि कई जगह नीचे से दरक रहा है।जबकि रोजाना इस पुल से बलरामपुर, तुलसीपुर, बढ़नी, सिद्धार्थनगर व नेपाल के लिए काफी संख्या में वाहन गुजरते हैं। करीब छह साल पहले एचडी पीएल कंपनी ने सड़क का काम तो पूरा कर लिया लेकिन पुल का निर्माण अधूरा छोड़ रखा है। बिसुही नदी पर बना 100 साल पुराना पुल जर्जर हो चुका है और अब हाईवे पर भारी वाहनों के बढ़ते बोझ को संभालने लायक नहीं रहा।पुल इतना संकरा है कि दिन में वाहनों के लिए वनवे व्यवस्था लागू करनी पड़ती है। इससे पुल के दोनों ओर अक्सर जाम लग जाता है। कभी-कभी दिन में कई बार जाम लग जाता है। गोंडा व बलरामपुर दोनों जनपदों को जोड़ने वाले इस हाईवे पर प्रतिदिन हजारों हल्के व भारी वाहनों के साथ स्कूल बस,ट्रक,ट्रैक्टर,एंबुलेंस आदि का आवागमन रहता है।स्थानीय लोग बताते हैं कि लगभग छह साल पहले सड़क को टूलेन बनाया गया लेकिन विभाग के जिम्मेदारों ने नए पुल का निर्माण कराना मुनासिब नहीं समझा।बुजुर्ग बताते हैं,कि जब यह पुल बना था,उस वक्त की तुलना में वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ गया है। पुल पर जगह-जगह दरारें पड़ गई हैं और नीचे का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त है। कस्बे के लोगों का कहना है कई बार इस पुल के नवनिर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के समक्ष गुहार लगाई गई, लेकिन समस्या जस की तस आज भी बरकरार है।

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