ग्रामीणों की समस्या पंचायत भवन में हमेशा लटका रहता है ताला
बहसूमा। ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों के अपनी मर्जी से खुलने अपनी मर्जी से बंद होने से ग्रामीण परेशान है। ग्राम पंचायत सैफपुर फिरोजपुर पंचायत भवन में ऐसी स्थिति देखने को मिल रही है ग्रामीणों ने बताया कि यह भवन आए दिन बंद रहता है। जिसके कारण छोटे छोटे कार्यों के लिए उन्हें भटकना पड़ता है। बता दें कि ग्राम पंचायत भवन में ग्राम पंचायत का लेखा-जोखा तैयार करना और ग्राम स्तर पर ही निपटारा करना होता है। इसके अलावा परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवाना, जॉब कार्ड के अलावा अन्य कई कार्य इनको करना है। पंचायती राज व्यवस्था में जहां जिला पंचायत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों को नियमित शासकीय अवकाश को छोड़कर कार्यालय खोलने का प्रावधान है। प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्राम सेवक, मनरेगा सहित अनेक कार्य संचालित होते हैं। ग्रामीणों को भी छोटी-छोटी अनेक प्रकार की समस्याएं होती हैं। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सैफपुर फिरोजपुर के पंचायत भवन में हमेशा ताला लटकता रहता है। पंचायत भवन सप्ताह में सिर्फ एक दो बार खोला जाता है। इसके चलते ग्रामीणों को जन्म प्रमाण पत्र ,आवास योजना, मृत्यु प्रमाण पत्र आदि के लिए कई दिन तक इंतजार करना पड़ता है। पंचायत सचिव भी पंचायत में कभी नहीं आते हैं।और फोन लगाने पर उठाते नहीं।, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्राम पंचायत सैफपुर फिरोजपुर में पंचायत भवन का ताला बुधवार को भी दोपहर 3 बजे तक भी नहीं खुला था। ग्रामीण प्रतिदिन पंचायत भवन का चक्कर काटते रहते हैं। लेकिन पंचायत सचिव लोगों की फरियाद भी नहीं सुन रहे हैं। ग्रामीण पंचायत सचिव की कार्यशैली से बेहद परेशान हो चुके हैं न तो मजदूरों को मनरेगा में काम नसीब हो रहा है और न हीं अधूरे पड़े कार्य पूर्ण कराए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सचिव पंचायत भवन में नहीं मिलते हैं जिससे उनके छोटे बड़े कामों के लिए पंचायत कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन ताला लटका देख मायूस होकर वापस लौट जाते हैं यह समस्या पिछले काफी दिनों से बनी हुई है।