श्री रामचरितमानस में जातिवाद नहीं,बल्कि त्याग और लोकतंत्र देखे- सरदार पतविंदर सिंह

श्री रामचरितमानस में जातिवाद नहीं,बल्कि त्याग और लोकतंत्र देखे- सरदार पतविंदर सिंह

अरैल संगम घाट पर तीर्थ पुरोहितों को श्रीरामचरितमानस महाकाव्य का वितरणl

नैनी प्रयागराज/भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ अरैल संगम घाट पर तीर्थ पुरोहितों को महाकाव्य श्री रामचरितमानस सप्रेम भेंट कर आह्वान किया कि गंगा स्नान को आए हुए श्रद्धालुओं को श्रीरामचरितमानस महाकाव्य ग्रंथ के बारे में बताएं कि परिवार,समाज को अपने ग्रंथों,पौराणिक चरित्रों को सीखना चाहिए व्यापकता से देखें,तो तुलसीदास का योगदान लोगों को जोड़ने में है तोड़ने में कतई नहींl
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने आह्वान किया कि तुलसी को बखिशए,तुलसी का पूरा साहित्य सद्भावमयी समाज और राजनीति की संकल्पना है काश,हम अपनी दृष्टि व्यापक कर पाते,तो रामचरितमानस में जातिवाद नहीं,बल्कि त्याग और लोकतंत्र देख रहे होते!
एजाजुद्दीन ने कहा कि ग्रंथ के प्रति दुर्भावना फैलाना अक्षम्य अपराध हैl
इस अवसर पर पं दामोदर प्रसाद तिवारी, विजय प्रकाश,राजेश कन्हैया मिश्रा,आर्यनतिवारी,अंकित,हरमनजी
सिंह,दलजीतकौर,एजाजुद्दीन,सरदार पतविंदर सिंह सहित कईस्वयंसेवक,राष्ट्रभक्त उपस्थित रहेl

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