*स्वामी रामदेव से योग सीख कर स्वयं में लाया बदलाव- युवा योगाचार्य धर्मेन्द्र प्रजापति*
कुशीनगर- अपने जीवन को ईश्वरीय कृपा से नई शिखर व नई ऊंचाइयों को छूने के लिए हरिद्वार की पावन नगरी पतंजलि योगपीठ में परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज के सानिध्य में पांच दिवसीय विद्यार्थी संस्कार शिविर कर योगाचार्य धर्मेन्द्र प्रजापति जी ने जीवन जीने की कला को सीखे और वही से मार्गदर्शन पाकर अबतक 92 शिविर, 87 विद्यालयों में जाकर लाखो से ऊपर लोगों को योग आयुर्वेद की जानकारी दे चुके हैं और पुनः इसबार फिर से स्वामी रामदेव जी के सानिध्य में अपने कुशीनगर जिले से आठ दिवसीय पूर्णकालिक योग शिविर में समिलित होकर आशीर्वाद प्राप्त किये फिर वापस आकर गोरखपुर व कुशीनगर, गोंडा, श्रावस्ती जिलों में नई ऊर्जा के साथ युवाओं को प्रेरित करके योग सीखकर सिखाने के लिए तैयार कर रहे हैं जिससे युवा शक्ति मजबूत होकर आत्मनिर्भर बन सकें। पिछले तीन माह से गोरखपुर में प्रत्येक दिन तीन से चार पार्को में सुबह शाम जाकर सौ से अधिक रोगियों व अन्य अपरिचितों को योग सिखाकर उन्हें स्वास्थ्य जीवन देने का कार्य कर रहे हैं। उनके साथ सीखे लोग भी जनपद कुशीनगर में नियमित योग कक्षा लगाकर योग सन्देश प्रेसित कर रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि प्रत्येक जिलों में युवाओं को संगठित कर योग द्वारा स्वास्थ्य लाभ पहुचना व उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।