Sunny Verma Haridwar
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हरिद्वार* 21 दिसंबर मां गंगा के घाटों पर चूड़ी बिंदी माला फूल प्रसाद बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले रेडी पटरी के लघु व्यापारियों ने विष्णु घाट पुल के प्रांगण में एक बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता महिला पिंक वेंडिंग जोन के अध्यक्ष पूनम माकन ने किया, संचालन वरिष्ठ लघु व्यापारी नेता प्रभात चौधरी ने किया, बैठक में मुख्य अतिथि लघु व्यापारी एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने शिरकत की। बैठक के माध्यम से स्थानीय कारोबारी लघु व्यापारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को संयुक्त रूप से ऑनलाइन इमेल द्वारा मांग पत्र प्रेषित किया।स्थानीय कारोबारी लघु व्यापारियों ने मांगों को दोहराते हुए विष्णु घाट पुल पार पुल के दोनों किनारों पर महिला पिंक वेंडिंग जोन की तर्ज पर महिला पुरुष का संयुक्त 200 रेहड़ी पटरी वालों की क्षमता का ग्रीन बाजार वेंडिंग जोन के रूप में बनाए जाने की मांग को प्रमुखता से उठाया।
इस अवसर पर लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड सिंचाई विभाग द्वारा प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना राष्ट्रीय आजीविका मिशन उत्तराखंड नगरी फेरी नीति नियमावली का घोर उल्लंघन कर लघु व्यापारियों को पुल के कारोबार से वंचित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा उत्तराखंड नगरी फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार नगर निगम द्वारा गठित फेरी समिति मैं सिंचाई विभाग भी प्रथमिक सदस्य है। फेरी समिति के निर्णय के अनुसार विष्णु घाट पुल पार वर्ष अट्ठारह के सर्वे के अनुसार गंगा के घाटों पर बिंदी चूड़ी माला गंगा जली प्रसाद बेचने वाले 200 लघु व्यापारियों को वेंडिंग जोन के रूप में व्यवस्थित में स्थापित किए जाने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। बिना उत्तराखंड शासन की नियमावली की जानकारी के विष्णु घाट से रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को उनके कारोबार से हटाया जाना न्याय संगत नहीं है। संजय चोपड़ा ने सिंचाई विभाग को चेतावनी दी यदि शीघ्र ही अधिकारियों ने अपनी कार्यशैली को नहीं बदला सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव कर राज्य फेरी नीति नियमावली को क्रियान्वित किए जाने की मांग को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
बैठक संबोधित करते जिला अध्यक्ष राजेंद्र पाल, नंदकिशोर गोस्वामी नीरज कश्यप, कमल पंडित, रामबाबू ,अशोक शर्मा, गोपाल सिंह, ओमप्रकाश कश्यप, लालचंद, नंदकिशोर राठौर, कविता देवी, पुष्पा दास, गीता रावत, श्रीमती चंद्रमणि, सुषमा ओझा, सुनीता कोरी, कलावती, गीता बिष्ट, मंजू पाल, संगीता चौहान आदि ने मुख्य रूप से संबोधित किया।