*संवाददाता *
*ब्रेकिंग न्यूज़।।*
*जाम की आड़ में गरीबों के मुंह से निवाला छीन रही महानगर पुलिस*
राजधानी लखनऊ के थाना महानगर अंतर्गत निशातगंज में लगने वाली बुधवार की सप्ताहिक बाजार पर पुलिस ने लगाई है रोक।
स्थानीय पुलिस का कहना कि लखनऊ पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद पोस्ट ऑफिस से लेकर निशातगंज पुलिस चौकी तक दोनों पट्टी नहीं लगेंगी दुकानें।
गरीब दुकानदारों एवं ठेले वालों में छाई मायुसी,अब कैसे चलेगा परिवार, निशातगंज में बड़ी तादाद में लगती है बाजार।
बड़ी तादाद में लोग हो जाएंगे बेरोज़गार।
स्थानीय पुलिस का कहना है कि जाम के चलते हटाई जा रही बाजार।
जबकि लखनऊ के पुराने शहर अमीनाबाद एवं नखास जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सप्ताहिक बाजारों को सकुशल संपन्न कराते हैं थाना प्रभारी,
*महानगर थाना प्रभारी से नहीं संभाली जा रही कमान,*
जाम की आड़ में गरीब लोगों की दो वक्त की रोटी छीनने का काम कर रही महानगर पुलिस।
*रची जा रही सरकार को बदनाम करने की साज़िश,*
जबकि बाज़ार के नियम नगर निगम द्वारा तय होता है। तो लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन कराने की जगह बाजार को उजाडने में क्यों दिलचस्पी दिखा रही महानगर पुलिस, क्या सरकार को बदनाम करने की, की जा रही कोशिश।
सप्ताहिक बाज़ार समिति के अध्यक्ष नदीम कुरैशी कर रहे हैं धरना प्रदर्शन की तैयारी।