डीएम ने की अभियोजन कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक
ब्यूरो रिपोर्ट दुर्गेश जायसवाल
गोण्डा जिलाधिकारी डॉ0 उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में अभियोजन कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि गम्भीर प्राकृति के वादों में प्रभावी पैरवी कर अधिक से अधिक दोषियों को सजा दिलायी जाय। जिससे अपराधी किस्म के लोगों को यह मैसेज जाये कि छोटा से छोटा अपराध करने पर भी वे सजा से बच नहीं सकते हैं। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि न्यायालय में साक्ष्य के लिए आने वाले गवाहों से शत प्रतिशत परिक्षित कराया जाय तथा दोषमुक्त मामलों में नियमानुसार अपील की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाय। समीक्षा बैठक के दौरान में ई-प्रासी क्यूशन डाटा फिडिंग, सम्मन तामिला इत्यादि कार्यों की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए।
डीएम ने मौजूद शासकीय अधिवक्ताओं एवं अभियोजन के अधिकारियों से न्यायालयों में साक्षियों की उपस्थिति और उनके पक्षद्रोही होने के कारणों की समीक्षा की। डीएम ने पुलिस विभाग व अभियोजन विभाग से कहा कि समन तामीली समयबद्ध होनी चाहिए। अधिकतम साक्षियों को न्यायालयों के समक्ष परीक्षित कराया जाय। अकारण साक्षियों की वापसी ना होने पाए, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाए। न्यायालयों में विचाराधीन मामलों में सफल अभियोजन पैरवी कर सजा का प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए। ताकि न्यायालयों में लंबित पुराने मामलों का निस्तारण शीघ्र हो सके।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी, जिला कारागार अधीक्षक, अभियोजन अधिकारी, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी, ड्रग इंस्पेक्टर राजिया बानो, एवं अधिवक्तागण सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।